रिजल्ट के दहशत में फांसी लगाकर जान देने वाली रिति फर्स्ट डिविजन पास हुई है। शनिवार को जब हाईस्कूल का परिणाम आया तो स्कूल की शिक्षिकाएं उसे याद कर भावुक हो गईं। कहने लगी कि आज रिति होती तो उससे ज्यादा उसके परिजन नंबर देखकर खुश होते। एक मेधावी छात्रा के जाने से कॉलेज की शिक्षिकाएं दुखी थीं। .

रिति भारतीया विद्यावती दरवारी इंटर कॉलेज, लूकरगंज में 10वीं की छात्रा थी। उसकी शिक्षक गार्गी श्रीवास्तव ने बताया कि रिति मेधावी छात्रा थी लेकिन अंतरमुखी थी। उसका भविष्य उज्जवल था। पढ़ने में ध्यान देती थी। कॉलेज में अगर कोई छात्रा परेशान दिखती है तो उसकी काउंसिलिंग की जाती है लेकिन इधर छुट्टी होने के कारण रिति से संपर्क नहीं हो सका। इसी बीच न जाने ऐसी क्या वहज और परिस्थिति बनी कि उसने ऐसा कदम उठाया। गार्गी श्रीवास्तव ने बताया कि रिति का 72 प्रतिशत अंक आया है। 

गौरतलब है कि काला डांडा निवासी सब्जी विक्रेता रमेश कुमार भारतीय की 16 वर्षीय बेटी रिति दसवीं की छात्रा थी। बीते मंगलवार को किसी ने अफवाह उड़ा दी कि बुधवार को परिणाम निकलने वाला है। इसी दहशत में उसने जान दे दी थी।